थिरकन परिवार मे आपका स्वागत है। * अगर आपकी रुचि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों मे है तो आप हमें ई-मेल करें- thirkan@gmail.com * थिरकन सफलतापूर्वक उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड़ मे कार्य कर रही है * थिरकन संगीत और नृत्य कार्यशाला का आयोजन करेगी * थिरकन ने बनाया क्लॉथ बैंक * थिरकन ने कराया गरीब कन्याओं का विवाह * थिरकन चला रही है पुलिस के साथ मिलकर परिवारों को एक करने का अभियान *

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Monday, August 31, 2009

थिरकन का स्वाइन फ्लू जागरुकता अभियान शुरू

आगरा। स्वाइन फ्लू को लेकर समाज मे कई तरह की भ्रान्तियां और भ्रम फैले हुऐ हैं। सामाजिक एंव सांस्कृतिक संस्था "थिरकन" ने लोगों को स्वाइन फ्लू के प्रति जागरुक करने के लिये एक विशेष अभियान की पहल की है। जिसके तहत शहर के अलग-अलग स्कूलों मे जाकर छात्र-छात्राओं को स्वाइन फ्लू के प्रति जागरुक किया जा रहा है। सोमवार को सैन्ट एन्ड्रूज़ स्कूल में "थिरकन" और चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों ने बच्चों को स्वाइन फ्लू के विषय मे जानकारी दी।

"थिरकन" द्वारा सैन्ट एन्ड्रूज़ स्कूल, बल्केश्वर मे आयोजित स्वाइन फ्लू जागरुकता शिविर मे मुख्य रुप से डिप्टी सीएमओ डा0 हरीश ने अपनी टीम के साथ शिरकत की। उन्होने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि स्वाइन फ्लू एक विदेशी बीमारी है जो संक्रमण से फैलती है। इसके वायरस का नाम एच-1 एन-1 है। ये वायरस हवा के द्वारा फैलता है। लेकिन कुछ बातों का ख्याल रखकर इससे बचा जा सकता है। जैसे कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों मे जाने से बचे, मास्क का प्रयोग करें। छींकते और खांसते समय टीशु पेपर का इस्तेमाल करें और इसे तुरन्त डस्टबिन मे फैंक दें। बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। खांसी-ज़ुकाम, बुखार आदि के लक्षण होने पर सरकारी अस्पताल या अपने फिजीशियन से तुरन्त सम्पर्क करें। राजकीय चिकित्सक ड़ा राजेश त्रिवेदी ने बताया कि इसके लिये टेमीफ्लू नामक दवा सभी सरकारी अस्पतालों मे आसानी से उपलब्ध है। इसे दवा की दुकानों पर बेचे जाने पर रोक लगा दी गयी है ताकि इसका दुरुपयोग ना हो।

सैन्ट एन्ड्रूज़ स्कूल के प्रधानाचार्य डा. गिरधर शर्मा ने कहा कि "थिरकन" की पहल प्रशंसा योग्य है। छात्र-छात्राओं को इस गम्भीर बीमारी से बचने के जो उपाय बताये गये हैं वो उनके लिये लाभकारी होगें। और वो खुद जागरुक होने के साथ-साथ दूसरे लोगों को भी स्वाइन फ्लू के विषय मे जागरुक करने का काम करेगें। अन्त मे संस्था की अध्यक्षा श्रीमती स्नेहलता सिंह ने आभार जताते हुये बताया कि "थिरकन" पिछले आठ सालों से बिना सरकारी मदद के समाज सेवा के कार्यों को करती आ रही है। इस काम में संस्था के सदस्यों का योगदान रहता है। संस्था ने 2007 में गरीब और असहाय लोगों के लिये क्लॉथ बैंक की स्थापना की। जिसके माध्यम कपड़ों का वितरण जारी है। और अब संस्था ने लोगों को स्वाइन फ्लू के प्रति जागरुक करने का बीड़ा उठाया है। यह काम आपसी सहयोग के बिना अधूरा है। और जनता तक इस बारे में सही जानकारी पंहुचाना भी ज़रुरी हो जाता है। इस कार्य मे मीड़िया की अहम भूमिका है।

कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने उपचिकित्साधिकारी डा0 हरीश और राजकीय चिकित्सक डा0 राजेश से स्वाइन फ्लू के विषय मे कई सवाल पूछे। चिकित्सकों ने विस्तार से उनके सवालों के जवाब दिये। "थिरकन" की ओर से सभी को जागरुकता सम्बन्धी पैम्फलेट भी बांटे गये। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं के अलावा खुशी, सर्वोत्तम सिंह, गौरव गुप्ता, प्रदीप कुमार, जगत शर्मा, मनोज शर्मा, विकास गोयल, सरिका, राधेश्याम, श्रीमती रानी गुप्ता, रुबाब, मनीष सिंह और जावेद आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। संचालन कमलदीप ने किया।

Sunday, August 16, 2009

मीड़िया मे थिरकन क्लॉथ बैंक

आगरा। थिरकन सामाजिक संस्था के कार्यक्रम हमेशा माड़िया प्राथमिकता से प्रकाशित करता रहा है। इसी प्रकार थिरकन क्लॉथ बैंक द्वारा बीते दिनों गरीब असहाय लोगों को कपड़े वितरण का कार्क्रम सफलता पूर्वक आयोजित किया गया। जिसका समाचार दैनिक जागरण, दैनिक डीएलए और डीएलए एम ने प्राथमिकता के साथ प्रकाशित किया। इसी प्रकार लोकल न्यूज़ चैनल्स ने भी इस ख़बर को कई बार प्रसारित किया।इस तरह के सहयोग के लिये थिरकन परिवार ने मीड़िया का आभार जताया। उन्होने उम्मीद जताई कि भविष्य मे इसी प्रकार मीड़िया थिरकन का सहयोग करती रहेगी।

Wednesday, August 12, 2009

थिरकन क्लॉथ बैंक ने ज़रुरतमंदो को दिये कपड़े

आगरा। जानी-मानी सामाजिक एंव सांस्कृतिक संस्था "थिरकन" के क्लॉथ बैंक ने गरीब और असहाय लोगों को कपड़े वितरित किये। साथ ही बच्चों को फलों का वितरण भी किया गया। उल्लेखनीय है कि थिरकन ने एक वर्ष पूर्व गरीब और असहाय लोगों का तन ढकने के मकसद से थिरकन क्लॉथ बैंक की स्थापना की थी। जहां कोई भी अपने पुराने या छोटे कपड़े दान कर सकता है।
थिरकन सामाजिक एंव सांस्कृतिक संस्था के सदस्यों ने आज अनुराग नगर, बल्केश्वर मे जाकर महिलाओं और बच्चों को कपड़े वितरित किये। इसके अलावा कई लोगों को फलों का वितरण भी किया गया। संस्थाध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता सिंह ने कहा कि हमारी संस्था बिना किसी सरकारी मदद के पिछले नौ सालों से सामाजिक कार्य कर रही है। ज़रुरतमंदो की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य है। इसी मकसद के साथ हमारी संस्था ने क्लॉथ बैंक की स्थापना की है। श्रीमती सिंह के मुताबिक सदस्यों के सहयोग से पुराने या छोटे हो चुके कपड़े एक जगह एकत्र कर क्लॉथ बैंक मे जमा कर रहे है। इन कपड़ों को सामुहिक रुप से गरीब और असहाय को वितरित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि हमे इस बात को समझने की ज़रुरत है कि हमारे-आपके पुराने कपड़े किसी गरीब बच्चे का सपना हो सकते हैं। उन्होने सभी शहरवासियों से अपने पुराने या छोटे हो चुके कपड़े संस्था को दान करने की अपील भी की।
इस असवर पर संस्था की अध्यक्षा श्रीमती स्नेहलता सिंह, सदस्य खुशी, कमलदीप, मंजू शर्मा, प्रदीप, राजकुमार वर्मा, विष्णु शर्मा आदि के अलावा वस्त्र लेने वालों मे आशा देवी, नीलम, भावना, लाली, चुन्नी और सोनिया आदि के नाम प्रमुख हैं।